Breaking News: ‘Japan को पीछे छोड़कर India बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी Economy’ | Aaj Tak

देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ 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फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग 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अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने 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दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी 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है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि 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हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता 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व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या 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कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या 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आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट 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और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। 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को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई 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है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने 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सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल 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इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे 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होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इसको डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए 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एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द 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काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब 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नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना 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है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है 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नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर एक चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी 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देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट 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तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाट देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, 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इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुमन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के 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है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, 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पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके 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ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू 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सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग इस डिकोड करें तो अभी 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रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा 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रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर सी चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको 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सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर 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पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें शहे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹7000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे 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का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा 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मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है 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दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में 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हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की 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आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ 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आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिक्शन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर 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लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है 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बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश 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साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹7000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। 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दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा 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अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। 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सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक 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देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे 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देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो 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तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी 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एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द 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भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया 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ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड 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पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। 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है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर ये चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब ये है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर यह मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, 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एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है 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भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, 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एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी 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है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड 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सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है 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बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये 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हम देख अगर ये चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब ये है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड 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व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए 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आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट 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सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के 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ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट 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इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला 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देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर 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है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन 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इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को 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साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण 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इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को 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वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹7000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी 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चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम 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डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम 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ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना 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रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को 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बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको 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को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी 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जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर ये चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब ये है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर यह मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी 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आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवीआर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर 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पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर सी चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्ज इट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे भी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्ट। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड 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डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और 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आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस 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है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ 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अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के 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कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। 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डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी 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सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली 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डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। 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इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। 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है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर 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कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर 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द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर ये चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब ये है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा दिस इज़ आईएमएफ डाटा इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹7000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा 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तीसरी चीज अगर हम देखें सजेत जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और 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चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 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भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक। एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू 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जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्य ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सिद्ध ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबन ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाट देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डाटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पर आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन 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हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन 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हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे भी अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹7000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो 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है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ 4 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर 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इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की 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चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भूटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर एक चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर यह मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुबनम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और 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आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70000 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखें अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुंदर ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो इट्स ओनली यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू। इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड 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है। इसका मतलब ये है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकोनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन। तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और 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ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर स्थिति देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसेस में लगा पाएगा। जिसका मतलब यह है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे विजय सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एस आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एस आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। तो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लान, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू, इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू एंड हाफ टू थ्री इयर्स, वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना आपने और आपको बता दें कि ज्यादा जानकारी के साथ हमारे साथ हमारे संवाददाता चेतन भटानी जुड़ गए हैं। चेतन और क्या जानकारी है और जिस तरह से अभी हमने सुना मतलब जो वीवीआर सुब्रमण्यम है वो कह रहे हैं कि दो-ती साल में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब होंगे। जी बिल्कुल देखिए इंडिया अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुकी है। चाइना और अमेरिका और जर्मनी के बाद इंडिया अब चौथे नंबर पे आ चुकी है ऑफिशियली। देखिए इसके दो तीन कारण है जो हम लोग अगर इस डिकोड करें तो अभी देखेंगे आरबीआई ने रिकॉर्ड डिविडेंड सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा तीसरी चीज अगर हम देख अगर ये चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब ये 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सरकार को दिया लगभग ₹70 करोड़ का। इसका मतलब ये है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है। इससे क्या होगा कि कॉर्पोरेट और आम आदमी के पास ज्यादा पैसा होगा लोन लेने के लिए जिसकी वजह से बैंकिंग सेक्टर और दुरुस्त होगा। अभी जॉब सेक्टर डाटा देखेंगे अगर हम तो जॉब सेक्टर डाटा में भी काफी अच्छी जॉब एडिशन हो रही है सरकार द्वारा। तीसरी चीज अगर हम देखेंगे जी अगर चीज देखी जाए तो जो इनफ्लेशन लेवल है सरकार ने फूड इनफ्लेशन खाने पदार्थ के फूड इनफ्लेशन को भी सरकार ने काफी कंट्रोल में रखा हुआ है। इसका मतलब यह है कि आगे जाके भी आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जो है सेंट्रल बैंक हिंदुस्तान का वो आगे भी रेट काट सकता है। जिसकी वजह से आम आदमी को और राहत मिलेगी। वो और मार्केट से पैसा उठा पाएगा और अपने बिनेसे में लगा पाएगा। जिसका मतलब ये है कि ओवरऑल अर्थव्यवस्था जो है वो डेफिनेटली आगे बढ़ेगी। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि अगर ये मोमेंटम कंटिन्यू रखा तो 2030 तक इंडिया सेकंड लार्जेस्ट इकॉनमी बन सकता है। हालांकि उससे पहले भी बन सकता है। लेकिन अगर जैसे सुद्धा ने कहा कि अगर ऐसा प्लान चलता रहा तो हम लोग जल्द ही दूसरे नंबर पर भी बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं। देश के नाम में बहुत बड़ी कामयाबी है। नीति आयोग के सीईओ है वीवी आर सुब्रमण्यम। उन्होंने कहा है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। दूसरे नंबर पर है चीन, तीसरे नंबर पर है जर्मनी और अब चौथे नंबर पर है भारत। जी हां, नीति आयोग के सीईओ ने आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए इस जानकारी को साझा किया है। तो इस वक्त की बड़ी और अहम खबर और बहुत ही अच्छी खबर हम आपको बता रहे हैं। जापान को पीछे छोड़कर भारत बन गया है। पूरी दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था। वी आर द फोर्थ लार्जेस्ट इकॉनमी एज़ आई स्पीक। वी आर अ फोर ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी एज़ आई स्पीक एंड दिस इज़ नॉट माय डेटा। दिस इज़ आईएमएफ डाटा। इंडिया टुडे इज़ लार्जर देन जापान। सो, इट्स ओनली द यूनाइटेड स्टेट्स, चाइना एंड जर्मनी व्हिच आर लार्जेस्टर। एंड इफ वी स्टिक टू यू नो व्हाट इज़ बीइंग प्लंड, व्हाट इज़ बीइंग थॉट थ्रू इट्स अ मैटर वन ऑफ़ द टू 2 एंड हाफ टू थ्री इयर्स वी वुड बिकम द थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी। तो सुना 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का। इसका मतलब यह है कि इंडिया की बैंकिंग व्यवस्था बहुत हेल्दी है।

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16 Comments

  1. Fake news hai – 96% foreign investors had withdrawn their investment in last one year , nation is bearing heavy foreign loans, 80 croers are at the mercy of government 5 kg Ration . , hugest unemployment, heavy taxation, no employment- No income- poor common people are just waiting better days ( Acche Din) – ye sab statistical & Theoretical explanation but actually not – aaisa kiya then this will happen- I.e. more loans are available- actually not