India Fourth Largest Economy: India से पीछे गया Japan, अब Germany की बारी | NITI Aayog Report | N18P
नमस्कार, मैं हूं आपके साथ आयुष गुप्ता। भारत ने हाल ही में एक ऐतिहासिक आर्थिक उपलब्धि हासिल की है जिसके तहत वो जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की है। जिसमें उन्होंने यह बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4 ट्रिलियन अमेरिका डॉलर की हो चुकी है। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़ों पर आधारित है। जिसे नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक के बाद साझा किया गया। इस उपलब्धि ने भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नई ऊंचाई दी है। क्योंकि अब केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। यह उपलब्धि भारत के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ना केवल आर्थिक विकास का प्रतीक है बल्कि देश की दीर्घकालिक महत्वाकांक्षाओं को भी रेखांकित करता है। सुब्रम ने बताया कि भारत अगले ढाई से 3 साल में जर्मनी को भी पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। भारत का नाम मात्र सकल घरेलू उत्पाद अब जापान से आगे निकल चुका है और यह गति अगले कुछ वर्षों में और तेज होने की उम्मीद है। इस उपलब्धि के पीछे भारत की मजबूत आर्थिक नीतियां, सुधारों का सिलसिला और वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल में देश की अनुकूल स्थिति प्रमुख कारण है। भारत की अर्थव्यवस्था ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है और यह गति इसे वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में और मजबूत कर रही है। भारत ने पहले ही अनुमान से पहले यह लक्ष्य हासिल कर लिया है जो पहले 2026 के लिए निर्धारित था। भारत की इस आर्थिक उन्नति के पीछे कई कारक काम कर रहे हैं। सबसे पहले देश की युवा और बढ़ती आबादी का एक बड़ा योगदान दे रही है। भारत अगले 20 से 25 वर्षों तक जनस सांख्यिक लाभांश का फायदा उठाने की स्थिति में है जो इसे तेजी से विकास करने की मदद करेगा। सुब्रमण्यम ने इसे अर्थव्यवस्था का टेक ऑफ स्टेज करार दिया जिसका मतलब है कि भारत अब उस दौर में प्रवेश कर चुका है जहां से उसका विकास कई गुना तेज होगा। उसके अलावा भारत में चल रहे आर्थिक सुधार जैसे कि बुनियादी ढांचे का विकास, डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा और नीतिगत स्पष्टता ने इस वृद्धि को संभव बनाया है। सरकार ने विन निर्माण, सेवा क्षेत्र और हरित व्यवस्था जैसे क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया है। जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं। नीति आयोग की बैठक में विकसित राज्य विकास भारत 2047 के दृष्टिकोण पर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से एकजुट होकर के भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का आह्वान किया और इस दृष्टिकोण का लक्ष्य भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। जिसमें विनिर्माण सेवा क्षेत्र ग्रामीण और गैर कृषि गतिविधि, शहर विकास, अनौपचारिक श्रम और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह योजना भारत के दीर्घकालिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। जिसमें ना केवल आर्थिक प्रगति बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय विकास भी शामिल है। भारत की अर्थव्यवस्था अगले कुछ वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बननी रहेगी। विशेषज्ञों का यह अनुमान है कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर वैश्विक औसत से कहीं अधिक होगी जो देश की आर्थिक नीतियों और निवेश के अनुकूल माहौल का परिणाम है। व्यक्तिगत उपभोग निजी क्षेत्र की गतिविधियां और सरकारी व्यय अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ हैं। व्यक्तिगत उपभोग यानी आम लोगों की खर्च करने की आदतें अर्थव्यवस्था को गति देने में सबसे बड़ा योगदान देती है। इसके अलावा निजी क्षेत्र में नवाचार और निवेश ने भी भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रंखला में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। हालांकि शुद्ध बाहरी मांग यानी निर्यात और आयात का अंतर अभी भी नकारात्मक है क्योंकि भारत का आयात निर्यात से अधिक है। फिर भी सरकार इस क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस आर्थिक उछाल का आम लोगों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। खासकर प्रौद्योगिक विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और शिक्षा में निवेश से जीवन स्तर में सुधार हो रहा है। सरकार की योजनाएं जैसे कि हरित और चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाना देना ना केवल आर्थिक विकास को गति दे रहा है बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता को भी सुनिश्चित कर रहा है। इसके अलावा सरकार अगस्त में परिसंपत्ति मुद्रीकरण का दूसरा चरण शुरू करने की योजना बना रही है। जिससे बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में निवेश को और बढ़ावा मिलेगा। हालांकि कुछ चुनौतियां सामने आ रही हैं। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि अमेरिका में बिकने वाले Apple, iPhone अमेरिका में ही निर्मित हो ना कि भारत या अन्य देशों में। इस पर सुब्रमण्यम ने यह कहा कि भारत अभी भी विनिर्माण के लिए एक लागत प्रभावी गंतव्य है और वैश्विक टेरिफ या व्यापार नीतियों के बदलाव के बावजूद भारत अपनी स्थिति बनाए रख सकता है। भारत ने हाल के वर्षों में विनिर्माण क्षेत्रों में अपनी क्षमता को बढ़ाया है और वैश्विक कंपनियां भारत को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में देख रही हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस उपलब्धि को लेकर के जबरदस्त उत्साह देखा गया है। कई उपयोगकर्ताओं ने भारत के चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को गर्व का क्षण बताया। कुछ पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि भारत अगले कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है जो देश की आर्थिक महत्वाकांक्षाओं को और स्पष्ट करता है। भारत ने पहले ही अनुमान से पहले जापान को पीछे छोड़ दिया है और विशेषज्ञों का यह मानना है कि जर्मनी को पछाड़ने का लक्ष्य भी समय से पहले हासिल हो सकता है। यह उपलब्धि भारत के लिए केवल एक आर्थिक मील का पत्थर नहीं है बल्कि यह देश के वैश्विक प्रभाव और आत्मविश्वास को भी दर्शाता है। भारत की अर्थव्यवस्था अब ना केवल आकार में बड़ी हो रही है बल्कि यह गुणवत्ता, नवाचार और स्थिरता के मामले में भी प्रगति कर रही है।
India Fourth Largest Economy: India से पीछे गया Japan, अब Germany की बारी | NITI Aayog Report | N18P
नीति आयोग ने कहा है कि जापान को पछाड़ते हुए भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. भारत की जीडीपी 4 लाख करोड़ डॉलर (4 ट्रिलियन डॉलर) को पार कर गई है. जब हम कहते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन डॉलर की हो गई है, तो इसका सीधा मतलब यह है कि देश में एक साल में जितना उत्पादन, सेवाएं और कारोबार होता है, उन सभी की कुल कीमत अब 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुकी है. यह आंकड़ा ‘नॉमिनल जीडीपी’ कहलाता है और यह किसी भी देश की आर्थिक ताकत का सबसे सीधा माप होता है. इसे डॉलर में मापा जाता है ताकि सभी देशों की तुलना की जा सके.लेकिन सिर्फ एक बड़ी संख्या होना इस खबर को खास नहीं बनाता. असल बात यह है कि यह आंकड़ा भारत की वैश्विक भूमिका, उसकी आर्थिक नीतियों और नागरिकों की सामूहिक मेहनत का नतीजा दिखाता है. इसका मतलब है कि भारत अब सिर्फ ‘उभरती हुई अर्थव्यवस्था’ नहीं, बल्कि एक ‘स्थापित वैश्विक आर्थिक शक्ति’ बन चुका है. इतिहास पर नजर डालें तो आजादी के बाद भारत को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 60 साल लगे. फिर 2014 तक यह आंकड़ा 2 ट्रिलियन हुआ, 2021 में 3 ट्रिलियन और अब सिर्फ 4 साल में यह 4.3 ट्रिलियन तक पहुंच गया है. यानी भारत अब लगभग हर डेढ़ साल में एक ट्रिलियन डॉलर की बढ़त हासिल कर रहा है.
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India has taken another major leap in the global economy by surpassing Japan. India is now the fourth-largest economy in the world. This information was provided in the World Economic Outlook report (April 2025) released by the International Monetary Fund (IMF). CEO of NITI Aayog, B.V.R. Subrahmanyam, confirmed this achievement and stated that India’s GDP has now crossed $4 trillion. Achieving a major milestone, India has now become the world’s fourth-largest economy. This claim has been made by the IMF in its World Economic Outlook (WEO) report, which was released on April 22, 2025. india gdp 2025, india economy 2025, india 4 trillion gdp, india beats japan economy, world economy ranking 2025, imf report 2025, india fourth largest economy, bvr subrahmanyam, niti aayog india, india vs japan gdp, indian economy growth, india global economy, imf weo report, india economic growth 2025, india gdp news, india economy update, top economies 2025, india gdp latest, imf april 2025 report, india ec
21 Comments
जितना झूट आप गोदी मीडिया के लोग janta के सामने लाते हो
उतना ही नर्क मे आप लोगो का खाता बड़ता जा रहा है।
क्यों की आप लोग भोले भाले लोगो को धोका दे रहे हो।
बहुत बहुत बधाई हो हमारा देश बहुत ऊंचाई पर पहुंचेगा। जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम।
Fake news h yrr
Chachi 420. Jaaraa per capitaa income bhi bataa digiyea.
Avarti se number per bhi a jaaye hamari economi , Janata ko kya fayda yah to economy politician irdey girdey ghumti hai iska Janata Se Koi Sarkar nahin
इपीएस १९९५ के पेंशनर का मेहनत पैसा हड़पकर इकोनॉमी की बात करना बीजेपी सरकार के लिए शर्म बात है
Sala jhuta
Jai Bharat 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉😢🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Per capita income kya hai.95 crore public 5 kg ration pr jeene ko majboor 57 crore yuwa berojgar hai.sirf Adani aur Ambani ki property 1600 percent badhi hai aam Aadmi bhikhaari bn gaya hai
Rising GDP has no meaning without good health and education
Basically our country is becoming oligarch and 20-30 years BJP continues like this we will go venezuela way
Hey RAM is BJP modi jaise paapi adharmi pakhandi se desh ko bacha lo
Bakwas
POLITICAL CORRUPTION, ANARCHY & INDISCIPLINE IS BIGGEST ENEMY OF PEOPLE & IS ROAD BLOCK IN PROGRESS OF INDIA. NEITHER POLITICIANS NOR MEDIAS ARE HIGHLIGHTING OR CURBING SUCH SERIOUS PROBLEM. BJP HAS BLUFFED PEOPLE IN CURBING CORRUPTION ALL OVER THE COUNTRY. MODI GOVT SHOULD ANNOUNCE TIMELINE TO STOP CORRUPTION TOTALLY WHICH HAS BROKEN BACKBONE OF PEOPLE AS WELL AS OF INDIAN ECONOMY.
Sasuri godi media kuch bolate h
"गोदी मीडिया को सुनो तो भारत दुनिया का सुपरपावर बन गया, लेकिन प्रति व्यक्ति आय में हम 140वें नंबर पर! जापान की प्रति व्यक्ति आय हमसे 20 गुना ज्यादा है। अंधभक्तों, आँखें खोलो, ये झूठा प्रचार बंद करो!"😅😅😅😅
"भारत की 'शानदार' अर्थव्यवस्था सिर्फ 1% अमीरों की जेब से चमक रही है, जबकि 99% जनता 300 रुपये रोज़ से कम में जूझ रही है। अंधभक्तों, ये है तुम्हारा 'विकास' का सच!"
भारत की जीडीपी जापान के बराबर हो सकती है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय में हमारा हाल अंगोला और वनुआतु से भी गया-गुज़रा है। गोदी मीडिया की चापलूसी से सावधान, ये जनता को भ्रम में रखने का खेल है!"😅
"1% अमीरों की संपत्ति से अर्थव्यवस्था का गुब्बारा फुलाया जा रहा है, लेकिन 99% जनता 250रुपये रोज़ से कम में पेट पाल रही है। अंधभक्तों, ये है तुम्हारा 'सुपरपावर' भारत?
अब जापान वाले हमारे कॉपरेटिव में 5 किलो राशन के लिए लाइन में लगेंगे लगता है😂😂😂😂😂
Modi sarkaar jindabad
Ab japan per capita GDP me 140 rank par pahuch jayega
❤❤❤❤😂😂