Is Japan’s Economy Facing a Meltdown? Unpacking the Debt Crisis!

अस्सलाम वालेकुम गाइस। अब बहुत ही इंपॉर्टेंट जो बात है वो मैं आप लोगों से करना चाह रहा हूं। दो चीजें हैं चाइना और जापान। सबसे पहले आते हैं जापान पे क्योंकि वो बड़ी खबर है और बड़ी है और सारी दुनिया के ऊपर उसका बहुत बड़ा एक इफेक्ट है। बहुत बड़ा एक असर है जिसको इस वक्त हम इग्नोर नहीं कर सकते। और ये बहुत ही अलार्मिंग वीडियो है। बहुत ही अलार्मिंग सिचुएशन है। इसलिए इसको सुनना समझना बड़ा जरूरी है और आप लोगों से ये बात करना बड़ा जरूरी है। और बड़े सीरियस अंदाज में आप लोगों से बात कर रहा हूं। जापान की इकॉनमी टूट रही है। जापान की इकॉनमी के अंदर सिचुएशन बुरी है। चाहे उनकी ए्प्लॉयमेंट मार्केट हो, चाहे उनकी जीडीपी हो। चाहे ओवरऑल उनकी इकोनमिक सिचुएशन हो और मसला ये है कि जापान की जो इकॉनमी है वो इस वक्त यूएस बॉन्ड्स की सबसे बड़ी बायर है और अगर यूएस को कोई इकॉनमी बहुत सारा पैसा ओ करती है या बहुत सारा लोन अगर लिया हुआ है तो वो जापान है और जापान जो है वो फंड करता आ रहा है यूएस को एक जमाना था कि जब ये बात मशहूर थी और कही जाती थी उसको तस्दीक भी आप लोग कर सकते हैं कि जापान जो है वो फोर्ड की गाड़ियां खरीदता था और समुंदरों में फेंकता था क्योंकि अमेरिका जापान से खरीदवाता था और उसके अगेंस्ट जो है वो बेनिफिट्स जो है वो जापान उसे लेता था। तो हमेशा पैसे का गेम रहा है और जापान हमेशा अमेरिका का एक बहुत बड़ा बायर रहा है और जिस वजह से अमेरिका की जापान को डिप्लोमेटिकली पिटिकली बहुत सपोर्ट रही है पूरी दुनिया के अंदर हर मोड़ पे हर जगह पे इस बड़ी जबरदस्त अलायंस है इनकी खास तौर पे फाइनेंसियल अलायंस है पिछले साल भी जब जापान के अंदर सिचुएशन बुरी आई थी तो पूरी इकॉनमी इफेक्ट हुई थी दुनिया अफेक्ट हुई थी उसको डिले किया गया ट्रैकल डाउन किया गया लेकिन अभी भी वही सिचुएशन हमारे सामने खड़ी है और जापान की इकॉनमी वीकन हमें नजर आ रही है और बदतरीन सिचुएशन हमें नजर आ रही है ये अच्छी अलामत नहीं है ये बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं है तो यह ओवरऑल प्रेशर जो है यूएस इकॉनमी पे बनेगा। अब दूसरी जो खबर है अमेरिका के अंदर जितने लोग यहां पे जेपी मॉ्गन बैंक से डील करते हैं या जो बड़े बैंक से डील करते हैं या उनका मॉर्गेज चल रहा है बड़े बैंक से या छोटे बैंक से खासतौर पे छोटे बैंक से बहुत सारे लोगों को अमेरिका में वेस्ट में बहुत सारे लोगों को मैं जानता हूं क्योंकि मुझे कम्युनिटी पे मेरे Instagram पे बहुत सारे लोगों ने मुझे इस चीजों का मैसेज करके बताया है कि उनकी जो मॉर्गेज है जो छोटे बैंक्स के साथ थी उनके टाउन में सिटीज में सबर्बन एरियाज में जो छोटे-मोटे बैंक्स के साथ थी छोटे-मोटे बैंक्स का मतलब यह नहीं है कि कोई ऐसी कोई 810 लोगों का बैंक प्रॉपर बैंक है लेकिन लोकल बैंक है। उस डिस्ट्रिक्ट का बैंक है। उस सिटी का बैंक है। बड़ा बैंक नहीं है। जेपी मॉ्गन जैसा। जेपी मॉ्गन उन लोगों को नोटिफिकेशंस आई हैं कि आपकी मॉडगेज टेक ओवर हो गई है। जेपी मॉ्गन से, दूसरे बैंक से, जो बड़े बैंक्स हैं, sिस बैंक से, बॉक लिलस्ट से, सिटी बैंक से, डिफरेंट बैंक्स हैं उन्होंने आपकी मॉडगेज टेक ओवर कर ली है। क्यों? क्यों? क्योंकि उन्होंने हमारे बैंक को एक्वायर कर लिया है। हमारे बैंक का उनके साथ मर्जर हो गया है। ये अलामत है शीश की जो मीडियम साइज्ड बैंक्स हैं उनकी सिचुएशन इस वक्त अच्छी नहीं है अमेरिका में। और इसकी सिचुएशन अच्छी होने के साथ-साथ जब बड़े बैंकों का जो सबसे बड़ा जो उनका क्लाइंट है सबसे बड़ा क्रेडिटर है जिसने पैसे देने हैं वो है जापान और उसके बैंक अगर वो ना दे पाए और अगर वो डिफॉल्ट करना शुरू हो जाए तो फिर बड़े बैंकों का क्या होगा? फिर छोटे बैंकों और मीडियम साइज बैंकों और बिज़नेसेस का क्या होगा? फिर क्या होगा लोगों का मार्केट इकॉनमी में पैसे कैसे आएंगे? तो ये बहुत ही अलार्मिंग सिचुएशन है। इसको बचाने का तरीका अमेरिका के पास सिवाय पैसा छापने के और कुछ भी नहीं है। क्योंकि अगर बाहर से पैसा नहीं आएगा तो इनको अंदर से पैसा जनरेट करना पड़ेगा। इनफ्लेशन उससे हाई जा सकती है। इसीलिए आज रात 10:00 बजे पवल की स्पीच बड़ी्ट है। मैंने ग्रुप मेंबर्स को भी बोला है लो लेवरेज ट्रेड रखो। बीटीसी का डाउन साइड अभी हमें नजर आ रहा है। एस पर चार्ट वो हमने शॉर्ट दिया हुआ है। अल्लाह का शुक्र है फिलहाल सही जा रहा है। लेकिन आज रात की इसकी स्पीच बड़ी्ट है इस बंदे की। तो इसकी स्पीच से हम क्या निकालेंगे बातें कभी ये सीधी बात तो करेगा नहीं ज़ूम मायने बातें करेगा लेकिन मैं पूरी कोशिश करूंगा अपनी जितनी अकबर समझ है मेरी छोटी उससे मैं आपको समझ के वो सारी चीजें आप लोगों को पेश करूं बताऊं बयान करूं लेकिन सबसे जो्ट चीज है इस वक्त वो है जापान की इकॉनमी इसको देखना समझना बड़ा जरूरी है। अब दूसरा चाइना पे आते हैं क्योंकि चाइना की मैं लंबी वीडियो कर रहा हूं। ये वीडियो दो टुकड़ों में टूट सकती थी। लेकिन आप लोग सुने इस वीडियो को गौर से। चाइना ने माइनिंग के ऊपर बैन लगाया है मई 31। कोई बड़ी बात नहीं है। कोई मसले वाली बात नहीं है। क्योंकि कुछ लोगों ने पूछा है तो इसलिए मैं उसको क्लन करके इस वीडियो में एड्रेस करना चाह रहा हूं। कोई मसले वाली बात नहीं है। 2021 में भी चाइना ने बैन किया था। उसके बाद बीटीसी ने अपना ऑल टाइम हाई बनाया था और ऑल्ट्स का सीजन उसके बाद आया था। तो इससे कुछ भी नहीं होता क्योंकि ओवरऑल 40% से ज्यादा माइनिंग ऑलरेडी अमेरिका के अंदर हो रही है और दुनिया में डिस्पर्स हो चुकी है। सो चाइना सिर्फ अपने आप को बाहर करने से इस नेटवर्क के और कुछ भी नहीं करेगा। अपना नुकसान करेगा। अगर बीटीसी की माइनिंग ईथ की माइनिंग इनको बंद करें। और बंद करने का मतलब ये होता है कि वो उसको रेगुलेट करेंगे, टैक्स लगाएंगे, चीजें करेंगे, लाइसेंसेस बनाएंगे। व्हिच इज फाइन। होना चाहिए हमेशा रेगुलेटेड। जो टैक्स नेट मार्केट है उसके अंदर हमें काम करना चाहिए। जितनी चीजों के लाइसेंस लेके रेगुलेट होके हम लोकल लॉस के साथ मिलके काम करें उतना बेहतर है हमारे लिए बिज़नेसमैन के लिए उतना बेहतर है। बट इस वक्त इसलिए मैं आप लोगों को बयान कर रहा हूं कि मार्केट्स अपने बॉटम पे हैं। अमेरिका के पास फेड के पास, पवल के पास ज्यादा रीज़ंस नहीं है कई को पॉज करने के। ज्यादा रीज़न इनके पास नहीं है पैसा ना छापने के। पैसा छपे जितना पैसा छपेगा उतना मार्केट ऊपर जाएगी। सिंपल सी बात है। कोई और दूसरी मेजर लॉजिक नहीं है। इसलिए पावल की स्पीच हजरात बड़ी्ट है। उसको मैं सुनूंगा। लेकिन ये जो जापनीज इकॉनमी की सिचुएशन है। खासतौर पे जो बॉन्ड की सिचुएशन है क्योंकि बहुत सारे लोग दूसरी इकॉनमी से क्योंकि जापान के अंदर इंटरेस्ट रेट है बहुत कम था। तो लोग वहां से लोन लेते थे और दूसरी इकॉनमीज़ में इन्वेस्ट करते थे। जहां पे इंटरेस्ट रेट ज्यादा था। जापान में 0% इंटरेस्ट रेट था। मतलब पैसा मुफ्त है। तो वहां से लोन लो डॉलर में कन्वर्ट करो, अमेरिका में इन्वेस्ट करो। वो सीन भी ऑफ हो गया है क्योंकि उन्होंने अपना इंटरेस्ट रेट इंक्रीस किया है। वो सीन भी ऑफ हुआ है। तो इसलिए बहुत और इसलिए इन्वेस्टर कॉन्फिडेंस जापान जापान का कस्टमर कम हो गया। जापान की इकॉनमी कम हो गई। तो ये बहुत जरूरी बात है कि इस चीज को हम समझे। ये नब्ज़ है दुनिया की इकॉनमी की और जापान जैसी कंट्री बेशक छोटी हो लेकिन इन टर्म्स ऑफ़ द ओवरऑल इंपैक्ट फाइनेंसियल जो है वो बहुत बड़ा है उसका। बहुत बड़ा है उसका। तो इसलिए गाइस इस पे मज़द आप लोग को इनफेशन पता है। आप लोग को चीजें पता है वो शेयर करें। लेकिन मेरा ये फर्ज बनता है कि मैं कम्युनिटी से सारी चीजें शेयर करूं। ग्रुप मेंबर्स को बकायदा डिस्कर्ड में एक पूरा रिटन लेटर एंड पूरा रिटन नोट एक सफर लेटर आज उनसे शेयर किया जाएगा ग्रुप मेंबर्स से डिस्कर्ड में उर्दू में और इंग्लिश में इस पूरे जापान की इकॉनमी के सिनेरियो के ऊपर और डिस्कर्ड के अंदर उनको बताया जाएगा कि बुल रिक्रूट्स हमेशा इस चीज के लिए तैयार रहेंगे और किस तरह हम इससे मुस्तफीद होंगे अल्लाह की जात है फायदा देने वाली हम कोशिश करते रहेंगे कभी हार नहीं मानेंगे थैंक यू सो मच जजाक अल्लाह

Is Japan on the brink of an unprecedented debt crisis? This video explores the developing situation, the implications for the Japanese economy, and why “QE is inevitable.” Understand what’s happening and why alarms are being raised on June 2, 2025. #JapaneseDebtCrisis #JapanEconomy #QE #EconomicCrisis

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